भारत और पाकिस्तान दो उच्चतम पड़ोसी देश हैं जो एक लंबी और जटिल इतिहास साझा करते हैं। इन दोनों देशों के बीच संबंध अक्सर संघर्षरत होते हैं, मुख्य रूप से कश्मीर के मुद्दे पर।
हालांकि, भारत-पाकिस्तान संबंधों में भी कई सुगम अवसर हैं। दोनों देशों को औद्योगिक सहयोग के माध्यम से एक दूसरे का समर्थन करने और क्षेत्रीय सद्भाव को बढ़ावा देने में लाभ हो सकता है।
विभाजन का दुःख, सद्भावना की पुकार
एक भूतिया अतीत, पीड़ाओं से भरा। एक विभाजन जो जीवन को फाड़ता , प्यार और प्रेम की जगह दुश्मनी भर देता है। लेकिन यह भी कहें कि विवादों के बीच में, एक उम्मीद जलती है। एकजुटता की आवाज़ जो ऊंची होती जा रही है, जो लगातार यह याद दिलाती है कि हम सभी एक हैं।
यह विभाजन के दर्द का सामना करने का समय है, लेकिन साथ المغرب ही एकजुटता की धुन को बढ़ावा देने का भी समय। हमें याद रखना चाहिए कि हमारी मजबूती पर निर्भर करता है, न कि हमारे भेदभावों पर।
दोनों देशों के नागरिक, एक साथ
यह भावना प्रत्येक व्यक्ति के दिल में उमंग और उत्साह भरती है। हमें याद रखना चाहिए कि हम सभी एक जीवनशैली हैं, बाउंड्रीज़|
और हमारे बीच का रिश्ता गहरा होना चाहिए।
सांस्कृतिक पुल भारत और पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान, ये दोनों एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बांध से जुड़े हैं. इन दोनों देशों में अंतःक्रिया की एक दृढ़ जड़ है, जो कला के क्षेत्र में स्पष्ट है. हमें तो एक दूसरे के साथ संबंध बनाना का दृढ़ इच्छा है।
इन दोनों देशों में कई कार्यक्रम को एक साथ उत्साहपूर्वक मनाते हैं. यह
दिखाता है कि हमारे बीच के बंधनों को
मज़बूत बनाना का उपयुक्त मौका है.
भारत-पाकिस्तान में शांति की ओर: एक सफर
यह गमन अक्सर थकाऊ होती है, जिसमें दोनों देशों ने नीति का निर्धारण किया है। विवाद के बाद भी, दोनों पक्षों ने न्याय की खोज में दलाल की भूमिका निभाई है। यह एक ही प्रकार की चुनौती है जिसका समाधान लाना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है।
बार्डर पार की कहानियाँ: दो राष्ट्र, एक इतिहास
यह पुस्तक तीन राष्ट्रों के बीच की बाउंड्री पर स्पंदित कहानियों का एक संग्रह है। यह पुस्तक हमें सामाजिक घटनाओं के माध्यम से दिखाती है कि दो राष्ट्र कैसे विभिन्न होते हैं और साथ ही इस बात पर भी प्रकाश डालती है कि {सीमा पार{ जीवन का स्वरूप कैसा होता है। यह पुस्तक हमें
नया दृष्टिकोण से जीवन को समझने में मदद करती है।